विचार कभी सामान्य नहीं होते

विचार तो मन में आते हैं लेकिन हम उन्हें सही दिशा नहीं दे पाते। अपनी आंखों के सामने हर पल कुछ नया देखते हैं लेकिन उसके बारे में सोच नहीं पाते, अगर सोचते हैं तो शब्दों में ढ़ालना मुश्किल है। शब्दों में ढ़ाल भी दें तो उसे मंच देना और भी मुश्किल है। यहां कुछ ऐसे ही विचार जो जरा हटकर हैं, जो देखने में सामान्य हैं लेकिन उनमें एक गहराई छिपी होती है। ऐसे पल जिन पर कई बार हमारी नजर ही नहीं जाती। अपने दिमाग में हर पल आने वाले ऐसे भिन्न विचारों को लेकर पेश है मेरा और आपका यह ब्लॉग....

आपका आकांक्षी....
आफताब अजमत



Wednesday, October 29, 2008

क्या होगा कोई नही जानता

सोच रहा था की ऐसी दिवाली फुर कभी न आए, एक तरफ़ तौ इन्वेस्टर्स का दिवाला निकल रहा था तो दूसरी और मार्केट में गराहक की कोई भीड़ देखने को नही मिल रही थी, ऐसे में कोई भी हताश हो सकता है। वैसे कारोबार में अच्छा रुख देखकर निवेशको को कुछ रहात ज़रूर मिली। मेरी तो अल्लाह से यही दुआ है की आगे सब कुछ ठीक रहे.

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